Friday, 8 June 2018

ग़ज़ल "चलना ही पड़ेगा" (राधातिवारी "राधेगोपाल")

दिल के फासलों को दूर करना ही पड़ेगा l
कुछ हमें कुछ तुम्हें चलना ही पड़ेगा ll

 काम कोई भी मुश्किल नहीं इस जहान में l
कोशिशें करके संभलना ही पड़ेगा।।

सूरज चंदा गगन में आते जाते रहेंगे l
रौशनी के दिये को जलना ही पड़ेगा।।

 इंतजार करते-करते थक गई मेरी आंखें l
जीवन में जीना है तो बदलना ही पड़ेगा।।

 गुमसुम सा हो कर बैठना अच्छा नहीं जग में l
दुखी मन को भी राधे बहलना ही पड़ेगा।।

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