धनी-निर्धनी हैं सभी, पढ़ने के हकदार।।
यादों को मत कीजिए, पल भर की मुहताज ।
जिसको दिल है चाहता, वह करता है राज ।।
शिक्षक से करना सदा ,अपने मन की बात ।
अपने घटिया काम से
,देना मत आघात।।
पढ़ने से होता सदा ,शब्दों का विस्तार।
शब्दकोश बढ़ जाए तो, होता बेड़ा पार।।
अच्छा शिक्षक है
वही, जिसे विषय का ज्ञान।
अध्यापक का कीजिए,
सबसे ज्यादा मान।।
उस शिक्षक को ही सदा, बच्चे करते याद ।
जो बच्चों में
डालते , हैं पुख्ता बुनियाद ।।
राह सत्य की जांच कर, कदम बढ़ाना आप ।
झूठी राहों पर सदा ,मिलते हैं संताप ।।
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Wednesday, 6 June 2018
दोहे " शिक्षा का अधिकार" दोहे (राधातिवारी "राधेगोपाल")
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