भारी वाहन
जबसे सड़कों का हुआ, भारत में विस्तार l
दाएं बाएं देखकर, करो सड़क को पार ll
भारी वाहन से सदा , रहना हरदम दूर l
होती इनसे रोड पर, दुर्घटना भरपूर ll
पेड़ों से छाया मिले, फल खाता संसार l
जीवन का तो पेड़ ही, होते हैं आधार ll
घोड़े हाथी अब नही, राजाओं के पास l
महंगी कारें हो रही, अब तो उनकी ख़ास ll
सड़क पार करते समय, देखो दोनों ओर l
दाएं.बाएं देखलो, संध्या हो या भोर ll
पेट्रोल डीजल लकड़ियाँ, है ईंधन के रूप l
यात्रा से पहले सदा, राह चुनो अनुरूप ll
सफर तभी अच्छा लगे, अगर जेब में दाम l
वर्षा सर्दी धूप में, कभी न रुकता काम ll
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Monday, 11 June 2018
दोहे "भारी वाहन" ( राधा तिवारी "राधेगोपाल ')
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