Wednesday 15 January 2020

चौपाई छन्द , " मकर संक्रांति "( राधा तिवारी "राधेगोपाल " )


विषय - मकर संक्रांति
विधा - चौपाई छन्द
Image result for मकर संक्रांति फोटो
मकर सक्रांति पर्व है आया
 उत्तरांचल पूरा हर्षाया
काले काले कौए आजा
मीठे मीठे  घुघुते खाजा।।1।।

काँप रही सर्दी से काया
 मुन्ना कोट पहन के आया 
खालो गरम गरम घुघुते तुम 
पर्व दिवस मत बैठो  गुमसुम।।2।।

 नानी ने उसको बतलाया
उसके मन का उसे दिलाया 
 तिल गुड़ को जो भी खाएगा 
सर्दी से वो बच पाएगा ।।3।।

 पतंग उड़ाओ मुन्ने राजा
 आकर के मिष्ठान तो खा जा
 लगा हुआ है देखो मेला
 बच्चों का है रेला पेला।।4।।

Friday 10 January 2020

कुंडलियां , " सुख दुख " (राधा तिवारी " राधेगोपाल " ),


 सुख दुख
 सुख-दुख जीवन में सदा, आते एक समान |
सुख जल्दी से बीतता, दुख लाता व्यवधान |
दुख लाता व्यवधान, झलकती पीड़ा भारी |
ईश्वर करता दूर, सखे पनपती पीर तुम्हारी |
कह राधे गोपाल, तसल्ली रक्खो मन में |
आते रहते पास, अरे सुख-दुख जीवन में ||

Thursday 9 January 2020

कुंडलियां, फूलों का उपहार ((राधा तिवारी " राधेगोपाल " ),


   फूलों का उपहार
चंपा की कलियां खिली, झूम रहा कचनार।
 बगिया सबको दे रही, फूलों का उपहार।।
फूलों का उपहार , प्रकृति हम सबको बांटे
फूलों के तो साथ, रहे हैं हरदम कांटे।
 कह राधे गोपाल,चलो मिलकर सब सखियां।
खिली हुईं है आज, सखी चंपा की कलियां।।

Wednesday 8 January 2020

गीत, जग का अंदाज " ( राधा तिवारी "राधेगोपाल " )


 जग का अंदाज
धरा नभ की आवाज़ क्या जाने
 चकोरी के नए अंदाज चांद क्या जाने
 देखकर चंदा को रातों में
 कितना उसको है नाज़ क्या जाने

 रोज रात में यूं छिप छिप कर
 एक टक देखती है चंदा को
 चांद इजहार कर रहा खुलकर
 निराला है आगाज क्या जाने

 जुगनूओं बीच में ना जाओ तुम
 चकोरी को नहीं लुभाओ तुम
 तारों की तरह तुम चमक नहीं सकते
 राधे जग का अंदाज क्या जाने