Wednesday, 22 August 2018
बाल कविता "बादल राजा ""( राधा तिवारी "राधेगोपाल " ),
बादल
राजा
बादल
राजा
जल्दी
आओ
आकर
के
पानी
बरसाओ
प्यासी
धरती
व्याकुल
होती
धरा
चटक
क
र आ
पा
खो
ती
बच्चों
को
हो
गई
है
फुंसी
उनको
होती
है
खुंदक
सी
बेचैनी
से
इत-उत
जाते
मम्मी
को
वह
बहुत
सताते
मां
पर
तो
कुछ
तरस
भी
खाओ
बादल
राजा
अब
तो
आओ
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