Tuesday, 14 August 2018

कोई यूँ ही याद आ रहा है मुझे "( राधा तिवारी "राधेगोपाल " ),

कोई यूँ  ही याद  रहा है मुझे
कोई चुपके से खो  रहा है मुझेl
 कोई खो खो के  पा रहा है मुझे ll

 कोई याद कर करके भूलता जाता l
 कोई यूँ  ही याद  रहा है मुझे ll

 कोई भूला है बीते लम्हों को l
 कोई हर पल ही गा रहा है मुझे  ll

कोई ढूंढता है ई ताल में मुझको l
 कोई निशदिन बजा रहा है मुझे  ll

भूलते जा रहे हैं वो  मुझको  l
कोई ख्वाबों में ला रहा है मुझे ll

कोई चुपके से खो  रहा है मुझेl

 कोई खो खो के  पा रहा है मुझे ll



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