जाने कैसे वह अपनी हर मंजिल को पा जाते हैं ll
ठोकर देते हैं इंसान को हंसकर उन्हें गिराते हैं l
अपनों को भी बहुत सताते नहीं पिघल वो जाते हैं ll
बीज जमी पर जो उगता है उसको सदा दबाते हैं l
जिन फूलों को खिलना होता वह तो खिल ही जाते हैं ll
नदियों और समुंदर में हरदम अनगिन माणिक होते l
गहरे पानी में जो जाता उनको मिल वो जाते हैं ll
राधे कहती पत्थर दिल से भी अच्छा व्यवहार करो l
पत्थर दिल इक दिन बन कर के मोम पिघल वो जाते हैं ll
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