करवा की पूजा करो, माँ का करके
ध्यान।
दूध
दही देकर करें, माता जी अहसान।।
श्रृंगारिक
गहने हमें, देती माता सास।
बेटे
की लम्बी उमर, की माँ रखती आस।।
तेरह
दाने अन्न के, लेकर करना
ध्यान।
कर
लेना संकल्प को, इसे जरूरी जान।।
कुमकुम
हल्दी से करो, देवी माँ का
ध्यान।
गेहूँ
चावल से करो, पूरा सभी विधान।।
पूए-पूड़ी
लो बना, और
बनाओ खीर।
करवा
माता आपकी, दूर करेगी
पीर।।
चन्दा
धरती पर बना, कर लो पूजा आप।
करवा
पर टीका लगा, कर
लो उसका जाप।।
गणपति-गौरी की करें, पूजा सारी नार।
पूजा
के नैवेद्य से, माता
करती प्यार।।
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