मेरी मां
जब मैं इस जग में आई तब घर में हुआ उजाला।
बड़े प्यार से देखो मुझको मेरी मां ने पाला।।
मुझको कहती मेरी मम्मी अपना चांद सितारा।
दिया सदा माता ने मुझको भरकर अमृत प्याला ।
बड़े प्यार से देखो मुझको मेरी मां ने है पाला।।
संतानों के देख दर्द को मां के आंसू बहते।
मां के चरणों में है जन्नत सभी लोग यह कहते।।
संतानों को पाल रही है देकर मधुर निवाला।
बड़े प्यार से देखो मुझको मेरी मां ने है पाला।।
बचपन मेरा सीचाँ जिसने दूध पिला कर बड़ा किया।
करके प्यार और मनुहार उंगली पकड़ मुझे था खड़ा किया।।
माता का दर्जा होता है जग मैं बहुत निराला।
बड़े प्यार से देखो मुझको मेरी मां ने है पाला।।
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Thursday 25 October 2018
मेरी मां ( राधा तिवारी "राधेगोपाल " )
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