गड्ढा मुक्त सड़क
यातायात हमारा देखो ,
अब कितना आसान हो गया।
गड्ढा मुक्त सड़क पर चलना,
मानो अब वरदान हो गया।।
टूटी फूटी सड़क देखकर ,
राहगीर मुश्किल में थे ।
मंदिर जाने वाला राही ,
दुर्घटना से हलकान हो गया ।।
गर्मी जब ज्यादा लगती है,
फुटपाथों पर क्यों सोते हो।
दुर्घटना जब हो जाती तो ,
दोष ईश को क्यों देते हो ।।
सड़कों के हालात देखकर,
चेहरों पर मुस्कान आ गई ।
लंबे लंबे सफर काटना ,
अब कितना आसान हो गया।।
नित्य राह में चलते चलते,
राधा खुश हो जाती अब।
विद्यालय को आना-जाना,
अध्यापक की शान हो गया।।
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Saturday, 26 May 2018
गड्ढा मुक्त सड़क ( राधा तिवारी " राधेगोपाल " )
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