दिल में हमारे
दिल में हमारे इस कदर तूफान उठ रहे
उनके भी नही हैं और हमारे भी नही हैं वो
प्यार तो शतरंज का खेल है दोस्तों
जीते भी नही हैं और हारे भी नही हैं वो
भोजन में आज तो कोई रस नही रहा
मीठे भी नही हैं और खारे भी नही हैं वो
यहाँ जंगले हो या खेल का मैदान हो
दुश्मन भी नही और प्यारे भी नही हैं वो
राधे तो रात भर आकाश देखती
चन्दा भी नही और तारे भी नही हैं वो
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