Monday, 4 May 2020

दोहे , राधे का पैगाम " ( राधा तिवारी "राधेगोपाल " ),


राधे का पैगाम 
घर पर ही सब बैठ कर, ले लो हरि का नाम ।
राधे ने सबको दिया, एक यही पैगाम ।।

घर में रहने से नहीं, लगता कोई पाप।
इससे तो घटता सदा, कोरोना का ताप ।।

करना है गर आपको, कोरोना को चूर।
कुछ दिन तो रहे लीजिए, अपनों से तुम दूर ।।

कोरोना के नाम से, आया कैसा रोग।
माता तुम भी ध्यान दो, डरते सारे लोग।।

गाँव घरों को आ रहे, हैं विदेश से लोग।

फिर क्यों अपने देश में ,रहे विदेशी रोग।।

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