विषय - *परीक्षा*
छन्द - मनहरण घनाक्षरी
साल भर पढ़कर
कभी ना नकल कर
परीक्षा में बैठ कर
आप लिख लीजिए
प्रश्न को समझ लेना
कागज पे लिख देना
आता है पहले उसे
आप कर दीजिए
पढ़ता रहा था रोज
नित नई खोज खोज
विष को मधु के जैसा
समझ के पीजिए
पढ़ाते हैं जो विषय
समझाते हैं आशय
शिक्षकों को देख देख
आप मत खीजिए
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