मात- पिता
मात- पिता के ऋणी रहेंगे।
उनका आदर सदा करेंगे ।।
दुनिया है दिखलाई हम को।
लेकर मेरे सारे गम को।।
अपनी दुनिया हमें बताया।
हम को दे दी अपनी छाया ।।
बनकर के सबके भगवान ।
सबको देते जीवनदान।।
अपने सारे दुख छिपाते।
पर हम पर खुशियां बरसाते ।।
नहीं सरिखा तुमसा जग में ।
फूल आप दिखलाते मग में ।।
राधा है अनुयाई हरदम ।
जीवन में मत देना गम।।
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