भोजन का पर्याय चमत्कार ऐसा हुआ, घर में बैठे लोग। कोरोना को छोड़कर, भागे सारे रोग ।। कोरोना भी जाएगा, रखना मन में धीर। कर देंगे कमजोर हम, बनकर के रणधीर।। मंदिर घर के खुल गए, ईश्वर आए पास। घर में ही रह कीजिए , पूजा अरु उपवास ।। परिवार के साथ में, करिए पूजा जाप । कोरोना की तो कड़ी,यूँ तोड़िए आप ।। दाल और रोटी बनी, भोजन का पर्याय काम सभी अब बंद हुए ,बंद हो गई आय।। घर में ही कर काम को ,कर लेना आराम। खाना खाना बाद में,पहले कर व्यायाम।। तीन मई तक बैठिए, सब फिर से निज धाम। जीवन में इस रोग से , मिल जाए आराम |
No comments:
Post a Comment