दीपोत्सव
शिव जी ने पूरी करी, सबके मन की आस ।
आता श्रावण मास में, पर्व हरेला खास।।
जन्मदिवस सरदार
का, मना रहा जग आज।
लौह पुरुष इनको कहे, पूरा देश समाज।।
लोह शस्त्रों टन लगा, प्रतिमा है अभिराम।
विश्व पटल पर हो गया, भारत का भी नाम।।
मना रहा दीपोत्सव, पूरा भारत देश।
झिलमिल के दीपक करें ,रोशन अब परिवेश।।
जल का संचय कीजिए, करना जल का पान।
जल होता अनमोल है, जल को
जीवन जान।।
जीवन के हर राह में ,साथ निभाती नार।
बनकर दुर्गा वो करें, जीवन नैया पार ।।
|
Wednesday, 7 November 2018
दोहे " दीपोत्सव" ( राधा तिवारी "राधेगोपाल " )
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment