Tuesday, 27 November 2018

संस्कृत पर दोहे( राधा तिवारी "राधेगोपाल " )



 संस्कृत पर दोहे

 थोड़े शब्दों में बने,  संस्कृत के सब वाक्य।
 घर में जाकर कीजिएआप सदा शालाक्य ।।

फोर्ब्स मैगजिन बोलतेसंस्कृत को उपयुक्त।
 बोलचाल में कीजिएइसको भी प्रयुक्त।।

 उपयोगी होती बहुतहै शब्दों की खान।
 शब्दकोश इसका बड़ाइतना लेना जान।।

 सन् सत्तर  में छप गयासंस्कृत में अखबार।
 सुधर्मा के नाम सेजग में हुआ प्रचार।।

 लिक्खे संस्कृत में यहाँ , सारे वेद पुराण।
 जिन से मिलता है यहाँ , मानव को परित्राण।।

 संस्कृत भाषा सीखकरहोता तेज दिमाग।
 इससे ही है बन गएसारे राग विराग।।

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