Thursday, 23 December 2021

राधा तिवारी "राधेगोपाल" , दोहे , लेकर डंडा हाथ

 


लेकर डंडा हाथ
मिला तुम्हारा प्यार जब, भूली में संसार
ईश्वर से कम है नहीं, सजन तुम्हारा प्यार।।

नैनो में काजल बसाबिंदी सोहे भाल
हाथ मुरलिया सज रहीगल बैजंती माल।।

साया बनकर राधिका ,चलती हरदम साथ
कान्हा जी तुम भी चलो, ले हाथों में हाथ।।

दौलत हमको रोग से, बचा रही कब आज
घर में ही बैठा दिया ,बंद किए सब काज।। 

बड़ा भयंकर वायरस, आया है श्रीमान
बैठो सब निजधाम में, रहे सुरक्षित जान।।

हाथ मिलाने से बड़े ,संक्रमण का रोग
हाथ जोड़कर कर रहे, नमस्कार सब लोग।।

जुटे हुए सब तंत्र हैजुटा राज दरबार ।
संकट के इस काल सेकैसे होंगे पार ।।

पुलिस प्रशासन बोलतादे दो तुम भी साथ।
वरना हम सब हैं खड़ेलेकर डंडा हाथ।।

बंद सभी उद्योग हैंबन्द सभी औजार। 
सरकारी सब तंत्र भी,होता जाता ज़ार।।

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