जल होता अनमोल है, जल को जीवन जान।।
जीवन के हर राह में ,साथ निभाती नार।
बनकर दुर्गा वो करें, जीवन नैया पार ।।
कूड़ा गाड़ी आ रही, सफल करो अभियान।
जो कूड़ा ले जा रहे ,उनको दो सम्मान ।।
नेकी के हर काम का, करती हूँ आगाज़।
एक भरोसे राम के, लगा रही आवाज़ ।।
दौलत शोहरत से नहीं, होती है पहचान ।
काम सदा ही नेक हो, मन में लो यह जान।।
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 31.10.2019 को चर्चा मंच पर चर्चा - 3505 में दिया जाएगा । आपकी उपस्थिति इस मंच की गरिमा बढ़ाएगी ।
ReplyDeleteधन्यवाद
दिलबागसिंह विर्क