Wednesday, 30 October 2019

दोहे, साथ निभाती नार " ( राधा तिवारी "राधेगोपाल " )

साथ निभाती नार
 जल का संचय कीजिएकरना जल का पान।
 जल होता अनमोल हैजल को  जीवन जान।।

 जीवन के हर राह में ,साथ निभाती नार।
 बनकर दुर्गा वो करेंजीवन नैया पार ।।

कूड़ा गाड़ी  रहीसफल करो अभियान।
 जो कूड़ा ले जा रहे ,उनको दो सम्मान ।।

नेकी के हर काम काकरती हूँ  आगाज़।
 एक भरोसे राम केलगा रही आवाज़ ।।

दौलत शोहरत से नहींहोती है पहचान 
काम सदा ही नेक होमन में लो यह जान।।

1 comment:

  1. आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 31.10.2019 को चर्चा मंच पर चर्चा - 3505 में दिया जाएगा । आपकी उपस्थिति इस मंच की गरिमा बढ़ाएगी ।

    धन्यवाद

    दिलबागसिंह विर्क

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