महामृत्युंजय मंत्र
परम शक्ति के सामने, सारी दुनिया मौन।
परम शक्ति के सामने, सारी दुनिया मौन।
ईश्वर के सम दूसरा ,नहीं जगत में कौन।।
रहते शिव के साथ में, नंदी भूत पिशाच।
भस्म लगाकर अंग में, करते रहते नाच ।।
तीन नेत्र उनको मिले, चंदा शोभित भाल।
महामृत्युंजय मंत्र से, टल जाता है काल।।
रहे नहीं अब तो कहीं, पहले जैसे गांव।
पेड़ काटकर ढूंढते, वट पीपल की छांव ।।
प्रभु हमारे साथ है, इस पर कर विश्वास।
जीवन की गति देखकर, होना नहीं उदास ।।
चिड़िया ची ची ची करें ,आई नवल प्रभात।
बीते दिन को भूलकर ,करो आज की बात ।।
जब सूरज आता यहाँ , जगता तब इंसान।
तन मन को तब साफ कर, करना थोड़ा दान।।
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