बाल कविता
रवी तुम्हारा इंतजार ।
कर रहा सारा संसार।।
लगते हो तुम सबको प्यारे।
नभ मे हो तुम सबसे न्यारे।।
आसमान में जब आते हो।
धरा में किरणें बिखराते हो।।
जो भी दर्श तुम्हारा पता ।
नई उर्जा तुमसे पाता ।।
पक्षी कलरव करने लगते।
इंसान तुमको देख कर जगते।।
बीत गई अब काली रात।
अब कर लो सब काम की बात।।
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