Sunday, 31 October 2021
राधा तिवारी "राधेगोपाल" , (कुण्डलिया ), लिखने का आधार
लिखने का आधार
मिलती गुरु से प्रेरणा ,लिखने का आधार
।
गुरुवर का आशीष तो, कर दे भव से पार
।
करदे भव से पार ,चरण में शीश झुकाना
।
गुरुवर के तो पास ,सदा हो आना जाना
।
कह राधे
गोपाल वहीं पर बगिया खिलती।
लिखने का आधार,
प्रेरणा गुरु से मिलती।।
-
2 comments:
radha tiwari( radhegopal)
31 October 2021 at 12:19
आदरणीय गुरुदेव को प्रणाम
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डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
31 October 2021 at 13:53
बहुत सुन्दर कुण्डलिया।
शुभाशीष आपको।
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आदरणीय गुरुदेव को प्रणाम
ReplyDeleteबहुत सुन्दर कुण्डलिया।
ReplyDeleteशुभाशीष आपको।