Saturday, 8 June 2019

" भगवान शालिग्राम " ( राधा तिवारी "राधेगोपाल " )


भगवान शालिग्राम 
भगवान शालिग्राम का अभिषेक षोडशोपचार सहित( " गंध, तिलक, चंदन, फल के रस, धूप, दीप, नैवेद्य, चीनी, शहद, दूध, दही ,घी") करते हुए।

 शालिग्राम नेपाल की गंडकी नदी से प्राप्त होते हैं।
 इन्हें कीड़ा खाता है और यह साक्षात विष्णु के अवतार हैं।
स्त्रियाँ इन्हें स्पर्श नही करती। इनके अंदर स्वर्ण भी होता है और इनकी विशेषता यह है कि ये खंडित भी पूजनीय है।
 इसके अलावा  नर्मदा के नर्मदेश्वर महादेव हैं और भगवान विष्णु गंडकी के शालिग्राम में पाए जाते हैं।
 बद्रीनाथ धाम में भी 'शालिग्राम भगवान' ' शालिग्राम शिला' पर ही हैं

1 comment:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (09-06-2019) को "धरती का पारा" (चर्चा अंक- 3361) (चर्चा अंक-3305) पर भी होगी।
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    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
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    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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