अच्छा शिक्षक शिक्षक से करना सदा ,अपने मन की बात । अपने घटिया काम से ,देना मत आघात।।
अंग्रेजी को मान दो, केवल भाषा जान। हिंदी का तो मत करो ,कभी कहीं अपमान ।। पढ़ने से होता सदा ,शब्दों का विस्तार। शब्दकोश बढ़ जाए तो, होता बेड़ा पार।। वक्त सदा हर पाप का, करता है इंसाफ। खुद से ही गर छल किया, फिर कौन करेगा माफ।। कोरोना करने लगा, सबसे ही संग्राम। हाथ पैर धो लीजिए, सब ही सुबहो शाम।। |
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