Monday, 27 August 2018
Sunday, 26 August 2018
दोहे " रक्षाबंधन""( राधा तिवारी "राधेगोपाल " ),
रक्षाबंधन
भाई बहन का प्यार तो, होता है अनमोल ।
निश्चल प्यार दुलार को, दौलत से मत तोल।।
यह धागे हैं कीमती, मत समझो कमजोर।
इस नैसर्गिक प्यार पर, चले ना कोई जोर ।।
सुबह सवेरे आ गई ,ले पूजा का थाल ।
कुमकुम रोली से करें ,तिलक अनुज के भाल। ।
भाई की कर आरती, खिला रही मिष्ठान।
बहने अपने भाई पर, करती है अभिमान।।
भाई दिल से दे रहे, बहना को आशीष।
बड़े प्यार से दे रहे ,बहना को बख्शीश।।
मन कुसुमित होने लगा, देख बहन को पास।
अपने भाई से करें, बहना हरदम आस।।
हिंदू मुस्लिम सभी का, है पावन त्योहार ।
बहनों के आगमन से ,घर होता गुलजार ।।
राखी के इस दिवस पर, सूना रहे न हाथ।
जीवन भर चलता रहे, भाई बहन का सा
Saturday, 25 August 2018
राखी का त्यौहार ( राधा तिवारी "राधेगोपाल " ),
राखी का त्यौहार
राखी के त्योहार से करती, हरदम बहना प्यार
भाई से उसका है जीवन ,भाई से संसार
रक्षा डोर को बांध के बहना, करती है मनुहार
बन के रहना भैया मेरे, जीवन का आधार
मां की ममता होती इसमें, और पिता का प्यार
भाई से करती है बहना ,हरदम प्यार अपार
जब मन होगा चली आऊंगी, कर सोलह श्रृंगार
मेरे प्यारे भैया हरदम,खोल के रखना द्वार
जब भी कोई विपदा आए,तुम जल्दी आ जाना
मात पिता के बाद में मैंने, तुमको अपना माना
दीर्घ आयु हो हर भाई की, राधे करे पुकार
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